अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!... वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥ धर्म संग्रह श्रीरामचरितमानस मध्यप्रदेश काम की बात श्रीराम शलाका एक्सप्लेनर क्राइम रामायण महाभारत फनी जोक्स चुटकुले किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि https://jaibhole.co.in/home/Shree-Shiv-Chalisa