तुरत षडानन आप पठायउ । लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥ भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।। ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं । दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक https://chancevmbxz.dreamyblogs.com/30111471/5-essential-elements-for-shiv-chalisa-lyrics-in-hindi-pdf-download